बुधवार, 18 दिसंबर 2024

घणा दिन सो लियो रे अब जाग मुसाफिर जाग

क्यूं सूतो घनघोर नींद में
जाग मुसाफिर जाग
दो दिन रैन बसेरा जगत में
उठ भजन में लाग
 
संगीत..............१२३
घणा दिन सो लियो रे
अब जाग मुसाफिर जाग
घणा दिन सो लियो रे
अब जाग मुसाफिर जाग
घणा दिन सो लियो रे
अब जाग मुसाफिर जाग
संगीत..............१२३
पहलो सोयो तू माँ के गरभ में
उल्टा पाँव पसार
पहले सोयो तू माँ के गरभ में
उल्टा पाँव पसार
बोल बचन कर बाहर आयो
बोल बचन कर बाहर आयो
भूल गयो जगदीश  
जनम थारो हो गयो रे
अब जाग मुसाफिर जाग
घणा दिन सो लियो रे
अब जाग मुसाफिर जाग
 
संगीत..............१२३
दूजो सोयो तू माँ की गोद में
हंस हंस दांत दिखाय
दूजो सोयो तू माँ की गोद में
हंस हंस दांत दिखाय
बहन बुआ सब लाड लगावे
बहण बुआ सब लाड लडावे
हो रयो मंगल जाप
लाड थारो हो गयो रे
अब जाग मुसाफिर जाग
घणा दिन सो लियो रे
अब जाग मुसाफिर जाग
 
संगीत..............१२३
तीजो सोयो तू संग त्रिया के
गले में बांहे डार
तीजो सोयो तू संग त्रिया के
गले में बांहे डार
किया भोग सब रोग इस दुखिया
किया भोग सब रोग इस दुखिया
तन हो गयो बेकार
विव्हा थारो हो गयो रे
अब जाग मुसाफिर जाग
घणा दिन सो लियो रे
अब जाग मुसाफिर जाग
 
संगीत..............१२३
चौथो तू शमशान में सोयो
लम्बा पाँव पसार
चौथो तू शमशान में सोयो
लम्बा पाँव पसार
कहत कबीरा सुणो भई संतो  
कहत कबीरा सुणो भई संतो
जीव अगध में जाय
मरण थारो हो गयो रे
अब जाग सके तो जाग
मरण थारो हो गयो रे
अब जाग सके तो जाग
मरण थारो हो गयो रे
अब
जाग सके तो
जाग

 
 

CHORUS KARAOKE:

https://youtu.be/1SEtufj6LDQ

गुरुवार, 5 सितंबर 2024

जिसने चरों धाम कर लिए मुक्ति मिल गई जीवन में दया धर्म उपकार खिल उठे उसके मन के आँगन में

संगीत............................१२३
जिसने चरों धाम कर लिए मुक्ति मिल गई जीवन में
दया धर्म उपकार खिल उठे उसके मन के आँगन में
जिसने चरों धाम कर लिए मुक्ति मिल गई जीवन में
दया धर्म उपकार खिल उठे उसके मन के आँगन में
तीरथ की महिमा गाती है भक्तों तुम्हे पुकारती
चार धाम की आरती चार धाम की आरती
चार धाम की आरती चार धाम की आरती
 
संगीत............................१२३
बद्रीनाथ बसे आँखों में रामेश्वर उसके मन में
बद्रीनाथ बसे आँखों में रामेश्वर उसके मन में
जगन्नाथ द्वारकाधीश के दर्शन होते कण कण में
जगन्नाथ द्वारकाधीश के दर्शन होते कण कण में
ज्योत जगाती है आशा की मन को सदा सवांरती
चार धाम की आरती चार धाम की आरती
चार धाम की आरती चार धाम की आरती
 
संगीत............................१२३
हिमगिरी की ऊंचाई जैसी सागर की गहराई सी
हिमगिरी की ऊंचाई जैसी सागर की गहराई सी
प्रभु की महिमा सदा दिखाई देती रहती त्रिभुवन में
प्रभु की महिमा सदा दिखाई देती रहती त्रिभुवन में
मन में हो विश्वास अगर तो बेडा पार उतारती
चार धाम की आरती चार धाम की आरती
चार धाम की आरती चार धाम की आरती
 
संगीत............................१२३
चरों धाम हुए पावन भगवान तुम्हारे चरणों से
चरों धाम हुए पावन भगवान तुम्हारे चरणों से
एक हो गया शीश झुकाता है मस्तक अभिनंदन में
एक हो गया शीश झुकाता है मस्तक अभिनंदन में
तीरथ की माटी दुनिया श्रद्धा से सिर पर धारती
चार धाम की आरती चार धाम की आरती
चार धाम की आरती चार धाम की आरती
 
संगीत............................१२३
कोई नही पराया चरों धामों का सन्देश यही
कोई नही पराया चरों धामों का सन्देश यही
धर्म वही जो मन को जोड़े संतो का उपदेश यही
धर्म वही जो मन को जोड़े संतो का उपदेश यही
आशाओं के फूल खिलाती दीपक पथ पर वारती
चार धाम की आरती चार धाम की आरती
चार धाम की आरती चार धाम की आरती
जिसने चरों धाम कर लिए मुक्ति मिल गई जीवन में
दया धर्म उपकार खिल उठे उसके मन के आँगन में
जिसने चरों धाम कर लिए मुक्ति मिल गई जीवन में
दया धर्म उपकार खिल उठे उसके मन के आँगन में
तीरथ की महिमा गाती है भक्तों तुम्हे पुकारती
चार धाम की आरती चार धाम की आरती
चार धाम की आरती चार धाम की आरती
चार धाम की आरती चार धाम की आरती
चार धाम की आरती चार धाम की आरती
 
 
SONG LINK:
https://www.youtube.com/watch?v=ztRWdSjyKnw
 

 
KARAOKE LINK:

https://youtu.be/jUo_PefsZ6s

बुधवार, 4 सितंबर 2024

सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु

सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु
करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु 
सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु
करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु 
करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु 
 
सदा हमारे सिर पर तेरा हाथ रहे
हर सुख दुःख संकट में तेरा साथ रहे
सदा हमारे सिर पर तेरा हाथ रहे
हर सुख दुःख संकट में तेरा साथ रहे
हाँ  हर सुख दुःख संकट में तेरा साथ रहे
खुशियों के हो जीवन में आयाम प्रभु
करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु 
सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु
करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु 
 
मिलकर इस धरती को चमन बनायें हम
गाँधी गौतम राम कृष्ण बन जाएँ हम
मिलकर इस धरती को चमन बनायें हम
गाँधी गौतम राम कृष्ण बन जाएँ हम
हाँ  गाँधी गौतम राम कृष्ण बन जाएँ हम
यही हमारा हो हर दम पैगाम प्रभु
करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु 
सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु
करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु 
 
मात पिता कि सेवा और सम्मान करें
उनकी खुशियों पर सब कुछ कुर्बान करें
मात पिता कि सेवा और सम्मान करें
उनकी खुशियों पर सब कुछ कुर्बान करें
हाँ उनकी खुशियों पर सब कुछ कुर्बान करें
अच्छे कर्मो का अच्छा परिणाम  प्रभु
करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु 
सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु
करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु 
सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु
करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु 
करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु 

शुद्ध भाव से तेरा ध्यान लगाये हम
विद्या का वरदान तुम्ही से पाए हम
शुद्ध भाव से तेरा ध्यान लगाये हम
विद्या का वरदान तुम्ही से पाए हम
हाँ विद्या का वरदान तुम्ही से पाए हम
तुमि से है आगाज तुम्ही अंजाम प्रभु 
करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु 
सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु
करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु 
 
गुरुओं का सत्कार कभी न भूले हम
इतना बने महान गगन को छु लें हम
गुरुओं का सत्कार कभी न भूले हम
इतना बने महान गगन को छु लें हम
हाँ इतना बने महान गगन को छु लें हम
तुम्ही से है हर सुबह तुम्ही से शाम प्रभु
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु
सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु
 
 

 
SONG LINK:
https://www.youtube.com/watch?v=Du-eCyELtNY
 
 

 
KARAOKE LINK:
 https://youtu.be/1Bd6xnrrzHg


शुक्रवार, 30 अगस्त 2024

माटी में मिले माटी पाणी में पाणी अरे अभिमानी अरे अभिमानी पाणी का बुलबला जैसे तेरी ज़िंदगानी अरे अभिमानी अरे अभिमानी

माटी में मिले माटी पाणी में पाणी
अरे अभिमानी अरे अभिमानी
माटी में मिले माटी पाणी में पाणी
अरे अभिमानी अरे अभिमानी
पाणी का बुलबला जैसे तेरी ज़िंदगानी
अरे अभिमानी अरे अभिमानी
माटी में मिले माटी पाणी में पाणी
अरे अभिमानी अरे अभिमानी

भाई बंद तेरे काम ना आवे
कुटुंब कबीला तेरे साथ ना जावे
भाई बंद तेरे काम ना आवे
कुटुंब कबीला तेरे साथ ना जावे
संग ना चलेंगे तेरे कोई भी पराणी
संग ना चलेंगे तेरे कोई भी पराणी
अरे अभिमानी अरे अभिमानी
माटी में मिले माटी पाणी में पाणी
अरे अभिमानी अरे अभिमानी
माटी में मिले माटी पाणी में पाणी
अरे अभिमानी अरे अभिमानी

रही ना निशानी राजा वजीरों की
इक इक ठाठ जिनके लाख लाख हीरो की
रही ना निशानी राजा वजीरों की
इक इक ठाठ जिनके लाख लाख हीरो की
ढाई ग़ज कपड़ा ये डोली पड़ेगी उठानी
ढाई ग़ज कपड़ा ये डोली पड़ेगी उठानी
अरे अभिमानी अरे अभिमानी
माटी में मिले माटी पाणी में पाणी
अरे अभिमानी अरे अभिमानी
माटी में मिले माटी पाणी में पाणी
अरे अभिमानी अरे अभिमानी
 
खाना और पीना तो पशुओं का काम है
दो घडी न सत्संग किया करता अभिमान है
खाना और पीना तो पशुओं का काम है
दो घडी न सत्संग किया करता अभिमान है
बीती जाये यूंही तेरी ज़िंदगानी
बीती जाये यूंही तेरी ज़िंदगानी
अरे अभिमानी अरे अभिमानी
माटी में मिले माटी पाणी में पाणी
अरे अभिमानी अरे अभिमानी
माटी में मिले माटी पाणी में पाणी
अरे अभिमानी अरे अभिमानी

करले भलाई जग में काम तेरे आएगी
जायेगा जहां से जब साथ तेरे जायेगी
करले भलाई जग में काम तेरे आएगी
जायेगा जहां से जब साथ तेरे जायेगी
कह बिंदु शर्मा अपनी छोटी सी कहानी
कह बिंदु शर्मा अपनी छोटी सी कहानी
अरे अभिमानी अरे अभिमानी
माटी में मिले माटी पाणी में पाणी
अरे अभिमानी अरे अभिमानी
माटी में मिले माटी पाणी में पाणी
अरे अभिमानी अरे अभिमानी
पाणी का बुलबला जैसे तेरी ज़िंदगानी
अरे अभिमानी अरे अभिमानी
माटी में मिले माटी पाणी में पाणी
अरे अभिमानी अरे अभिमानी
 
 
SONG LINK:
https://www.youtube.com/watch?v=b4F1orGtPtw
 

 
KARAOKE LINK:
https://youtu.be/NCz93yS7a8w
 
 

शुक्रवार, 28 जून 2024

नमस्कार भगवान तुम्हे भक्तो का बारम्बार हो श्रद्धा रुपी भेंट हमारी मंगलमय स्वीकार हो

नमस्कार भगवान तुम्हे भक्तो का बारम्बार हो
श्रद्धा रुपी भेंट हमारी मंगलमय स्वीकार हो
 
तुम कण कण मे बसे हुए हो, तुझमे जगत समाया है
तिनका हो चाहे पर्वत हो सभी तुम्हारी माया है
 
तुम दुनिया के हर प्राणी के जीवन का आधार हो
श्रद्धा रुपी भेंट हमारी मंगलमय स्वीकार हो
 
सबके सच्चे पिता तुम्ही हो, तुम्ही जगत की माता हो
भाई-बंधु सखा सहायक सबके जीवन दाता हो
 
चींटी से लेकर हाथी तक सबके स्रजनहार हो
श्रद्धा रुपी भेंट हमारी मंगलमय स्वीकार हो
 
ऋ्षि मुनि योगी जन सारे तुमसे ही वर पाते है
क्या राजा क्या रंक तुम्हारे दर पर शीष झुकाते है
 
परम दयालु परम क्रपालु करुणा के भंडार हो
श्रद्धा रुपी भेंट हमारी मंगलमय स्वीकार हो
 
तुफानो से घिरे पथिक का तुम्ही एक सहार हो
डगमग डगमग नईया डोले, तुम्ही नाथ किनारा हो
 
तुम केवट हो इस नईया के और तुम्ही मझधार हो
श्रद्धा रुपी भेंट हमारी मंगलमय स्वीकार हो
 

मंगलवार, 28 मई 2024

जितना दिया सरकार ने मुझको उतनी मेरी औकात नहीं ये चमक ये दमक फूल बन मा महक सब कुछ सरकार तुम्ही से है

जितना दिया सरकार ने मुझको
उतनी मेरी औकात नहीं
उतनी मेरी औकात नहीं
ये है कृपा मेरे दाता की
मुझमे कोई ऐसी बात नही
मुझमे कोई ऐसी बात नही
 
संगीत...............१२३
जब मौज पे आई वो लेहरें
कतरे को समंदर कर डाला
कतरे को समंदर कर डाला
जब मौज पे आई वो लेहरें
कतरे को समंदर कर डाला
ये इनकी रीत पुरानी है
ये इनकी रीत पुरानी है
खाली देखा उसे भर डाला
खाली देखा उसे भर डाला
 
संगीत...............१२३
जा तू भी वहीँ जा जा जिस दर पर
सबकी बिगड़ी बनती है
सबकी बिगड़ी बनती है
जा तू भी वहीँ जा जा जिस दर पर
सबकी बिगड़ी बनती है
देख तेरी तकधीर बनाना
देख तेरी तकधीर बनाना
इनके लिए बड़ी बात नही
इनके लिए बड़ी बात नही
जितना दिया सरकार ने मुझको
उतनी मेरी औकात नहीं
उतनी मेरी औकात नहीं
ये है कृपा मेरे दाता की
मुझमे कोई ऐसी बात नही
मुझमे कोई ऐसी बात नही
मुझमे कोई ऐसी बात नही
मुझमे कोई ऐसी बात नही
मुझमे कोई ऐसी बात नही
 
संगीत...............१२३
ये चमक ये दमक फूल बन मा महक
सब कुछ सरकार तुम्ही से है
सब कुछ सरकार तुम्ही से है
इठलाके पवन चूमे प्रभु के चरन
बगियन में बहार तुम्ही से है
बगियन में बहार तुम्ही से है
सब कुछ सरकार तुम्ही से है
सब कुछ सरकार तुम्ही से है
तुम्ही से है
तुम्ही से है


SONG LINK:


नन्हा सा फूल हूँ मैं चरणों की धूल हूँ मैं आया हूँ मैं तो तेरे द्वार प्रभुजी मेरी पूजा करो स्वीकार

  रेसा रेमा रेसा रेमा रेसा रे रे रे सानि सारे सानि सारे सानि सा सा सा रेसा रेमा रेसा रेमा रेसा रे रे रे सानि सारे सानि सारे सानि सा सा सा...