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तूने तो कमाया है कोई दूसरा ही खायेगा

तूने जो कमाया है तूने जो कमाया है तूने जो कमाया है कोई दूसरा ही खायेगा खाली हाथ आया है और खाली हाथ जायेगा खाली हाथ आया है और खाली हाथ जायेगा तूने जो कमाया है तूने जो कमाया है तूने जो कमाया है कोई दूसरा ही खायेगा खाली हाथ आया है और खाली हाथ जायेगा खाली हाथ आया है और खाली हाथ जायेगा   जब   तलक ये सांसे है तब तलक ये रिश्ता है जब   तलक ये सांसे है तब तलक ये रिश्ता है जब   तलक ये सांसे है तब तलक ये रिश्ता है सांस जिस घडी टूटी सांस जिस घडी टूटी रिश्ता टूट जायेगा सांस जिस घडी टूटी   रिश्ता टूट जायेगा तूने जो कमाया है तूने जो कमाया है तूने जो कमाया है कोई दूसरा ही खायेगा खाली हाथ आया है और खाली हाथ जायेगा खाली हाथ आया है और खाली हाथ जायेगा   तूने सबके जख्मों पर रक्खा हर घड़ी मरहम तूने सबके जख्मों पर रक्खा हर घड़ी मरहम तूने सबके जख्मों पर रक्खा हर घड़ी मरहम बाद मरने के तुझको बाद मरने के तुझको कोई रख ना पायेगा बाद मरने के तुझको कोई रख ना पायेगा तूने जो कमाया है तूने जो कमाया है तूने जो कमाया है कोई दूसरा ही खायेगा खाली हाथ आया है और खाली हाथ जाय...

छुपा लो यूँ दिल में प्यार मेरा

छुपा लो यूँ दिल में प्यार मेरा के जैसे मंदिर में लौ दिये की छुपा...................... के....................... तुम अपने चरणों में रख लो मुझको तुम्हारे चरणों का फूल हूँ मैं मैं सर झुकाए खड़ी हूँ प्रियतम   - २ के जैसे मंदिर में लौ दिये की छुपा...................... के.......................   ये सच है जीना था पाप तुम बिन ये पाप मैने किया है अब तक मगर है मन में छवि तुम्हारी - २ के जैसे मंदिर में लौ दिये की छुपा...................... के.......................   फिर आग बिरहा की मत लगाना के जलके मैं राख हो चुकी हूँ ये राख माथे पे मैने रख ली - २ के जैसे मंदिर में लौ दिये की छुपा...................... के....................... छुपा ......................        

दाता एक राम भिखारी सारी दुनिया

दाता एक राम , भिखारी सारी दुनिया -2 राम एक देवता , ( पुजारी सारी दुनिया -2) दाता एक राम , भिखारी सारी दुनिया -2 दाता एक राम   द्वारे पे उसके जाके , कोई भी पुकारता -2 परम कृपा दे अपनी , भव से उबारता-२ ऐसे दीनानाथ पे-२, (बलिहारी सारी दुनिया-२) दाता एक राम भिखारी सारी दुनिया दाता एक राम दो दिन का जीवन प्राणी, (कर ले विचार तू-२)२ प्यारे प्रभु को अपने, मन में निहार तू-२ मन में निहार तू बिना हरी नाम के-२ (दुखिआरी सारी दुनिया-२) दाता एक राम भिखारी सारी दुनिया दाता एक राम   नाम का प्रकाश जब, अंदर जगायेगा-२ प्यारे श्री राम का तू, दर्शन पायेगा-२ ज्योति से जिसकी है-२, (उजयारी सारी दुनिया-२) दाता एक राम  

त्रिलोकपति दाता सुखधाम स्वीकारो मेरे प्रणाम

सुखवरन   प्रभु   नारायण   हे    दुःखहरण   प्रभु   नारायण   हे त्रिलोकपति   दाता   सुखधाम   स्वीकारो   मेरे   प्रणाम त्रिलोकपति   दाता   सुखधाम   स्वीकारो   मेरे   प्रणाम स्वीकारो   मेरे   प्रणाम प्रभु स्वीकारो   मेरे   प्रणाम   मन   वाणी   में   वो   शक्ति   कहाँ  ,  जो ,  महिमा   तुम्हरी   गान   करे हे   अगम   अगोचर   अविकारी ,  निर्लेप   हो, हर   शक्ति   से   परे हम   और   तो   कुछ   भी   जाने   ना ,  केवल   गाते   हैं   पावन   नाम स्वीकारो   मेरे   प्रणाम ,  स्वीकारो   मेरे   प्रणामम प्रभु   स्वीकारो   मेरे   प्रणाम आदि   मध्य   और   अंत   तुम्ही  ,  और   तुम्ही   आत्मअघारे   हो भगतों के   तुम   प्राण   प्रभु   इस ...

गुरु मेरी पूजा गुरु गोविन्द गुरु मेरा परब्रह्म गुरु भगवंत

गुरु मेरी पूजा गुरु गोबिंद गुरु मेरा पारब्रह्म , गुरु भगवंत गुरु.............. गुरु...................-4 गुरु मेरा ज्ञान , हृदये धयान-२, गुरु गोपाल पुरख भगवान-२ गुरु.............. गुरु...................-4 गुरु बिन अवर नहीं मैं थाओ -२, अन दिन जपऊ , गुर गुर नाओ -२ गुरु.............. गुरु...................-4 गुरु मेरा देव अलख अभेव -२, सरब पूज्य , चरण गुरु सेव-२ गुरु.............. गुरु...................-4 गुरु की सरन, रहूँ कर जोर -२, गुरु बिना मैं, नाही होर गुरु.............. गुरु...................-4 गुरु बोहित, तारे भव पार -२, गुरु सेवा ते, यम छुटकार -२ गुरु.............. गुरु...................-4 गुरु पूरा पाईये, वड्ड भागी -२, गुरु की सेवा, दुःख ना लागी-२ गुरु.............. गुरु...................-4 गुरु का सबद, ना मेटे कोई -२, गुरु नानक, नानक हर सोए गुरु.............. गुरु...................-4 गुरु अन्धकार में मन्त्र उजारा -२, गुरु कै संग, सगल निस्तारा-२ गुरु.............. गुरु...................-4