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प्रभु चैन कि बजा दो बंशी रे कहीं बैर ना रहे नफरत ना रहे चहूँ ओर हो शांति शांति रे

प्रभु चैन कि बजा दो बंशी रे कहीं बैर ना रहे नफरत ना रहे प्रभु चैन कि बजा दो बंशी रे कहीं बैर ना रहे नफरत ना रहे चहूँ ओर हो चहूँ ओर हो   शांति शांति रे कहीं बैर ना रहे नफरत ना रहे प्रभु चैन कि बजा दो बंशी रे कहीं बैर ना रहे नफरत ना रहे   एकता   के जग में गीत सजे मिलवर्तन का संगीत सजे एकता   के जग में गीत सजे मिलवर्तन का संगीत सजे हर वाणी हो हर वाणी हो मधुर सु रिली रे कहीं बैर ना रहे नफरत ना रहे प्रभु चैन कि बजा दो बंशी रे कहीं बैर ना रहे नफरत ना रहे   लगे   हर नर नारायण जैसा कर दे तू कुछ जादू ऐसा लगे   हर नर नारायण जैसा कर दे तू कुछ जादू ऐसा देवो कि देवो कि लगे जग नगरी रे कहीं बैर ना रहे नफरत ना रहे प्रभु चैन कि बजा दो बंशी रे कहीं बैर ना रहे नफरत ना रहे   करुणा का मन में दीप जले ह्रदय में प्रेम ही प्रेम पले करुणा का मन में दीप जले ह्रदय में प्रेम ही प्रेम पले डूबे ना डूबे ना धरम कि गढ़री रे कहीं बैर ना रहे नफरत ना रहे प्रभु चैन कि बजा दो बंशी रे कहीं बैर ना रहे नफरत ना रहे   प्रभु सारे जगत से पाप मिटे हर पीड़ा हर संताप मिटे प्रभु स...

होंगे किसी के लाखों मेरा सहारा तुम हो

होंगे किसी के लाखों मेरा सहारा तुम हो तुम बिन गुजर है मुश्किल-२, मेरा गुजारा तुम हो होंगे किसी के लाखों मेरा सहारा तुम हो मजधार में थी नैया, तुमने ही है संभाला करके जतन तुम्ही ने, तूफां से हे निकाला माझी तुम्ही हो मेरे-२, मेरा सहारा तुम हो होंगे किसी के लाखों मेरा सहारा तुम हो भटकूँ न अब कभी में, मुझको नजर वो दे दो-२ सब्रो शुकर भी दे दो, अपना ये दर भी दे दो साथी तुम्ही हो मेरे-२, मेरा सहारा तुम हो होंगे किसी के लाखों मेरा सहारा तुम हो

जिंदगी है अमानत हुजूर आपकी अपने दर पे इसे बस निभा दीजिये

जिंदगी है अमानत हुजूर आपकी अपने दर पे इसे बस निभा दीजिये जिंदगी है अमानत हुजूर आपकी अपने दर पे इसे बस निभा दीजिये जिस कदम पर भी हमसे कोई भूल हो अपने बच्चे समझ कर बता दीजिये जिस कदम पर भी हमसे कोई भूल हो अपने बच्चे समझ कर बता दीजिये जिंदगी है अमानत हुजूर आपकी अपने दर पे इसे बस निभा दीजिये हम   खुदा को भी बंदा समझते रहे आप क्या हैं और हम क्या समझते रहे हम   खुदा को भी बंदा समझते रहे आप क्या हैं और हम क्या समझते रहे मन के विश्वास में जो रुकावट बने एसा पर्दा नजर से हटा दीजिये मन के विश्वास में जो रुकावट बने एसा पर्दा नजर से हटा दीजिये जिंदगी है अमानत हुजूर आपकी अपने दर पे इसे बस निभा दीजिये मन   परेशान हो कुछ न अच्छा लगे इनके ही सामने फिर गुजारिश करें मन   परेशान हो कुछ न अच्छा लगे इनके ही सामने फिर गुजारिश करें मेरे बाबा किसी न किसी रूप में अपनी मोहीनी सूरत दिखा दीजिये मेरे बाबा किसी न किसी रूप में अपनी मोहीनी सूरत दिखा दीजिये जिंदगी है अमानत हुजूर आपकी अपने दर पे इसे बस निभा दीजिये जब   भी हमसे कोई भूल हो जाती है मुस्कराहट कहीं इनकी खो जाती है जब   भी हमसे...