मानुष जनम अनमोल रे इसे
मानुष जनम अनमोल रे इसे मिट्टी में मत घोल रे अब जो मिला है फिर ना मिलेगा कभी नही कभी नहीं कभी नही रे मानुष जनम अनमोल रे इसे मिट्टी में मत घोल रे अब जो मिला है फिर ना मिलेगा कभी नही कभी नहीं कभी नही रे राम नाम तू बोल रे जीवन में रस घोल रे अब जो मिला है फिर ना मिलेगा कभी नही कभी नहीं कभी नही रे राम नाम तू बोल रे जीवन में रस घोल रे अब जो मिला है फिर ना मिलेगा कभी नही कभी नहीं कभी नही रे तू है बुल बुला पानी का मत कर रे जोर जवानी का तू है बुल बुला पानी का मत कर रे जोर जवानी का संभल संभलकर चलना रे बन्दे पता नही जिंदगानी का संभल संभलकर चलना रे बन्दे पता नही जिंदगानी का मीठी वाणी बोल रे हिलमिल कर तू डोल रे अब जो मिला है फिर ना मिलेगा कभी नही कभी नहीं कभी नही रे मीठी वाणी बोल रे हिलमिल कर तू डोल रे अब जो मिला है फिर ना मिलेगा कभी नही कभी नहीं कभी नही रे मानुष जनम अनमोल रे इसे मिट्टी...