आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ तेरे दर पे आने के काबिल नहीं हूँ तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना में तो उठाने के काबिल नहीं हूँ

संगीत.............................123
आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ
तेरे दर पे आने के काबिल नहीं हूँ
आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ
तेरे दर पे आने के काबिल नहीं हूँ
आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ

संगीत.............................123
तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना
तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना
में तो उठाने के काबिल नहीं हूँ
तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना
जिसे में उठाने के काबिल नहीं हूँ
आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ
दर पे आने के काबिल नहीं हूँ
आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ

संगीत.............................123
ज़माने की चाहत ने मुझको भुलाया  
ज़माने की चाहत ने मुझको भुलाया 
तेरा नाम हरगिज जुबां पे ना आया
तेरा नाम हरगिज जुबां पे ना आया
खतावार हूँ में गुनाहगार हूँ में
खतावार हूँ में गुनाहगार हूँ में
तुझे मुह दिखने के काबिल नहीं हूँ
आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ
दर पे तो आने के काबिल नहीं हूँ
तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना
में तो उठाने के काबिल नहीं हूँ
तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना
जिसे में उठाने के काबिल नहीं हूँ
आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ
 
संगीत.............................123
तुमने अदा की मुझे जिंदगानी
तुम्ही ने अदा की मुझे जिंदगानी
तुमने अदा की मुझे जिंदगानी
तुम्ही ने अदा की मुझे जिंदगानी
मगर तेरी महिमा मेने न जानी
मगर तेरी महिमा मेने न जानी
करजदार तेरी दया का हूँ इतना
करजदार तेरी दया का हूँ इतना
करजदार तेरी दया का हूँ इतना
करजदार तेरी दया का हूँ इतना
की कर्जा चुकाने के काबिल नहीं हूँ
करजदार तेरी दया का हूँ इतना
की कर्जा चुकाने के काबिल नहीं हूँ
आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ
दर तेरे आने के काबिल नहीं हूँ
आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ
तेरे दर पे आने के काबिल नहीं हूँ
तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना
तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना
की में तो उठाने के काबिल नहीं हूँ
तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना
जिसे में उठाने के काबिल नहीं हूँ
आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ
 
संगीत.............................123
ये माना की दाता है तू जहाँ का
ये माना की दाता हो तुम कुल जहाँ के
ये माना की दाता है तू जहाँ का
ये माना की दाता है तू जहाँ का
मगर झोली आगे फेला दूं में कैसे
मगर झोली आगे फैलाऊँ में कैसे
जो अब तक दिया है वही कम नहीं है
जो अब तक दिया है वही कम नहीं है
जो पहले दिया वो भी कम नहीं है
जो पहले दिया है वही कम नहीं है
उसको निभाने के काबिल नहीं हूँ
पहले दिया है वही कम नहीं है
की कर्जा चुकाने के काबिल नहीं हूँ
आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ
की दर पे आने के काबिल नहीं हूँ
आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ

संगीत.............................123
तमन्ना यही है की सर को झुका दूं
तमन्ना यही है की सर को झुका के
तेरा दर्श दिल में में इक बार पा लूं
तेरा दर्श दिल से में इक बार कर लूं
तेरा दर्श दिल में में इक बार कर लूं
तेरा दर्श दिल में में इक बार कर लूं
सिवा दिल के टुकड़ों के ऐ मेरे दाता
सिवा आंसू विन्दु के ओ मेरे दाता
कुछ भी चढाने के काबिल नहीं हूँ
सिवा अश्रु विन्दु के ओ मेरे दाता
कुछ भी चढाने के काबिल नहीं हूँ
आ ही गया हूँ मगर जानता हूँ
की दर पे में आने के काबिल नहीं हूँ
आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ
तेरे दर पे आने के काबिल नहीं हूँ
तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना
तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना
की में तो उठाने के काबिल नहीं हूँ
तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना
जिसे में उठाने के काबिल नहीं हूँ
आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ
 
 
SONG LINK:
https://www.youtube.com/watch?v=s4HvvhsS4_w
 


 

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