रविवार, 4 दिसंबर 2022

तूने तो कमाया है कोई दूसरा ही खायेगा

तूने जो कमाया है तूने जो कमाया है
तूने जो कमाया है कोई दूसरा ही खायेगा
खाली हाथ आया है और खाली हाथ जायेगा
खाली हाथ आया है और खाली हाथ जायेगा
तूने जो कमाया है तूने जो कमाया है
तूने जो कमाया है कोई दूसरा ही खायेगा
खाली हाथ आया है और खाली हाथ जायेगा
खाली हाथ आया है और खाली हाथ जायेगा
 
जब तलक ये सांसे है तब तलक ये रिश्ता है
जब तलक ये सांसे है तब तलक ये रिश्ता है
जब तलक ये सांसे है तब तलक ये रिश्ता है
सांस जिस घडी टूटी सांस जिस घडी टूटी
रिश्ता टूट जायेगा
सांस जिस घडी टूटी  रिश्ता टूट जायेगा
तूने जो कमाया है तूने जो कमाया है
तूने जो कमाया है कोई दूसरा ही खायेगा
खाली हाथ आया है और खाली हाथ जायेगा
खाली हाथ आया है और खाली हाथ जायेगा
 
तूने सबके जख्मों पर रक्खा हर घड़ी मरहम
तूने सबके जख्मों पर रक्खा हर घड़ी मरहम
तूने सबके जख्मों पर रक्खा हर घड़ी मरहम
बाद मरने के तुझको बाद मरने के तुझको
कोई रख ना पायेगा
बाद मरने के तुझको कोई रख ना पायेगा
तूने जो कमाया है तूने जो कमाया है
तूने जो कमाया है कोई दूसरा ही खायेगा
खाली हाथ आया है और खाली हाथ जायेगा
खाली हाथ आया है और खाली हाथ जायेगा
 
जीतेजी तू माया में राम नाम को भुला
जीतेजी तू माया में राम नाम को भुला
जीतेजी तू माया में राम नाम को भुला
मौत का समय आया तो मौत का समय आया तो
राम याद आएगा
मौत का समय आया तो राम याद आएगा
तूने जो कमाया है तूने जो कमाया है
तूने जो कमाया है कोई दूसरा ही खायेगा
खाली हाथ आया है और खाली हाथ जायेगा
खाली हाथ आया है और खाली हाथ जायेगा
खाली हाथ आया है और खाली हाथ जायेगा
ओ खाली हाथ जायेगा खाली हाथ जायेगा
खाली हाथ जायेगा

शनिवार, 8 अक्टूबर 2022

छुपा लो यूँ दिल में प्यार मेरा

छुपा लो यूँ दिल में प्यार मेरा
के जैसे मंदिर में लौ दिये की
छुपा...................... के.......................
तुम अपने चरणों में रख लो मुझको
तुम्हारे चरणों का फूल हूँ मैं
मैं सर झुकाए खड़ी हूँ प्रियतम  -
के जैसे मंदिर में लौ दिये की
छुपा...................... के.......................
 
ये सच है जीना था पाप तुम बिन
ये पाप मैने किया है अब तक
मगर है मन में छवि तुम्हारी -
के जैसे मंदिर में लौ दिये की
छुपा...................... के.......................
 
फिर आग बिरहा की मत लगाना
के जलके मैं राख हो चुकी हूँ
ये राख माथे पे मैने रख ली -
के जैसे मंदिर में लौ दिये की
छुपा...................... के.......................

छुपा......................

 

 

 

 

रविवार, 18 सितंबर 2022

दाता एक राम भिखारी सारी दुनिया

दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया-2

राम एक देवता, (पुजारी सारी दुनिया-2)

दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया-2

दाता एक राम

 

द्वारे पे उसके जाके, कोई भी पुकारता-2

परम कृपा दे अपनी, भव से उबारता-२
ऐसे दीनानाथ पे-२, (बलिहारी सारी दुनिया-२)
दाता एक राम भिखारी सारी दुनिया

दाता एक राम


दो दिन का जीवन प्राणी, (कर ले विचार तू-२)२
प्यारे प्रभु को अपने, मन में निहार तू-२

मन में निहार तू
बिना हरी नाम के-२ (दुखिआरी सारी दुनिया-२)
दाता एक राम भिखारी सारी दुनिया
दाता एक राम

 

नाम का प्रकाश जब, अंदर जगायेगा-२
प्यारे श्री राम का तू, दर्शन पायेगा-२
ज्योति से जिसकी है-२, (उजयारी सारी दुनिया-२)

दाता एक राम

 

त्रिलोकपति दाता सुखधाम स्वीकारो मेरे प्रणाम


सुखवरन प्रभु नारायण हे  दुःखहरण प्रभु नारायण हे
त्रिलोकपति दाता सुखधाम स्वीकारो मेरे प्रणाम
त्रिलोकपति दाता सुखधाम स्वीकारो मेरे प्रणाम
स्वीकारो मेरे प्रणाम प्रभु स्वीकारो मेरे प्रणाम
 
मन वाणी में वो शक्ति कहाँ , जोमहिमा तुम्हरी गान करे हे 
अगम अगोचर अविकारीनिर्लेप हो, हर शक्ति से परे
हम और तो कुछ भी जाने नाकेवल गाते हैं पावन नाम
स्वीकारो मेरे प्रणामस्वीकारो मेरे प्रणामम
प्रभु स्वीकारो मेरे प्रणाम
आदि मध्य और अंत तुम्ही , और तुम्ही आत्मअघारे हो
भगतों के तुम प्राण प्रभु इस जीवन के रखवारे हो
तुम में जीवेजन्मे तुम मेंऔरअंत करे तुममें विश्राम
स्वीकारो मेरे प्रणाम , स्वीकारो मेरे प्रणाम
प्रभु स्वीकारो मेरे प्रणाम
चरण कमल का ध्यान धरु ,औरप्राण करेसुमिरन तेरा
दीनाश्रय दीनानाथ प्रभुभव- बंधन, काटो हरि मेरा
शरणागत केश्याम हरि ,हे नाथ मुझे तुम लेना थाम
स्वीकारो मेरे प्रणाम , स्वीकारो मेरे प्रणाम
प्रभु स्वीकारो मेरे प्रणाम

शनिवार, 10 सितंबर 2022

गुरु मेरी पूजा गुरु गोविन्द गुरु मेरा परब्रह्म गुरु भगवंत

गुरु मेरी पूजा गुरु गोबिंद
गुरु मेरा पारब्रह्म, गुरु भगवंत

गुरु.............. गुरु...................-4

गुरु मेरा ज्ञान, हृदये धयान-२, गुरु गोपाल पुरख भगवान-२
गुरु.............. गुरु...................-4
गुरु बिन अवर नहीं मैं थाओ-२, अन दिन जपऊ
, गुर गुर नाओ-२

गुरु.............. गुरु...................-4
गुरु मेरा देव अलख अभेव-२, सरब पूज्य
, चरण गुरु सेव-२

गुरु.............. गुरु...................-4
गुरु की सरन, रहूँ कर जोर-२, गुरु बिना मैं, नाही होर

गुरु.............. गुरु...................-4
गुरु बोहित, तारे भव पार-२, गुरु सेवा ते, यम छुटकार
-२

गुरु.............. गुरु...................-4

गुरु पूरा पाईये, वड्ड भागी-२, गुरु की सेवा, दुःख ना लागी-२
गुरु.............. गुरु...................-4

गुरु का सबद, ना मेटे कोई-२, गुरु नानक, नानक हर सोए

गुरु.............. गुरु...................-4

गुरु अन्धकार में मन्त्र उजारा-२, गुरु कै संग, सगल निस्तारा-२
गुरु.............. गुरु...................-4

नन्हा सा फूल हूँ मैं चरणों की धूल हूँ मैं आया हूँ मैं तो तेरे द्वार प्रभुजी मेरी पूजा करो स्वीकार

  रेसा रेमा रेसा रेमा रेसा रे रे रे सानि सारे सानि सारे सानि सा सा सा रेसा रेमा रेसा रेमा रेसा रे रे रे सानि सारे सानि सारे सानि सा सा सा...