क्या लेके आया बन्दे क्या लेके जायेगा
आया है सो जायेगा, राजा रंक फ़क़ीर एक सिंहासन चढ़ चले, भाई एक बंधे जंजीर क्या लेके आया बन्दे, क्या लेके जायेगा-२ दो दिन कि जिन्दगी है, दो दिन का मेला इस जगत सराये में, मुसाफिर रहना दो दिन का-२ क्यों विरथा करे गुमान, मुरख इस धन और जोबन का-२ खाली हाथ आया जग में (खाली हाथ जायेगा-२) दो दिन कि जिन्दगी है, दो दिन का मेला क्या लेके आया बन्दे, क्या लेके जायेगा-२ ये काय है तेरा भाग, भाग बिन पाया नहीं जाता-२ कहे ब्राह्मण बिन नसीब, तोड़ फल खाया नहीं जाता -२ भाव सागर से तीर जाये जो, हरी गुण गायेगा दो दिन कि जिन्दगी है, दो दिन का मेला क्या लेके आया बन्दे, क्या लेके जायेगा-२