मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे आऊँ


मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे आऊँ
मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे आऊँ
हे पावन परमेश्वर मेरे
हे पावन परमेश्वर मेरे मन ही मन शरमाऊँ
मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे आऊँ
मैली चादर ओढ़ के कैसे

तूने मुझको जग में भेजा निर्मल देकर काया
आकर के संसार में मैंने इसको दाग लगाया
संगीत.....१२३
तूने मुझको जग में भेजा निर्मल देकर काया
आकर के संसार में मैंने इसको दाग लगाया
जनम जनम की मैली चादर कैसे दाग छुड़ाऊँ
मैली चादर ओढ़ के कैसे
मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे आऊँ

निर्मल वाणी पाकर तुझसे नाम ना तेरा गाया
नैन मूँदकर हे परमेश्वर कभी ना तुझको ध्याया
संगीत.....१२३
निर्मल वाणी पाकर तुझसे नाम ना तेरा गाया
नैन मूँदकर हे परमेश्वर कभी ना तुझको ध्याया
मन-वीणा की तारे टूटी अब क्या गीत सुनाऊँ
मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे आऊँ
मैली चादर ओढ़ के कैसे

इन पैरों से चलकर तेरे मंदिर कभी ना आया
जहाँ जहाँ हो पूजा तेरी कभी ना शीश झुकाया
संगीत.....१२३
इन पैरों से चलकर तेरे मंदिर कभी ना आया
जहाँ जहाँ हो पूजा तेरी कभी ना शीश झुकाया
हे हरिहर में हार के आया अब क्या हार चढाऊँ
मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे आऊँ
हे पावन परमेश्वर मेरे
हे पावन परमेश्वर मेरे मन ही मन शरमाऊँ
मैली चादर ओढ़ के कैसे
मैली चादर ओढ़ के कैसे
मैली चादर ओढ़ के कैसे

PART 2
तू है अपरम्पार दयालु सारा जगत संभाले
जैसा भी हूँ मैं हूँ तेरा अपनी शरण लगाले
छोड़ के तेरा द्वारा दाता और कहीं नहीं जाऊँ
मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे आऊँ
हे पावन परमेश्वर मेरे मन ही मन शरमाऊँ
मैली चादर ओढ़ के कैसे

नेक कमाई करी ना कोई जग कि माया जोड़ी
जोड़ के नाते इस दुनिया से तुम संग प्रीति तोड़ी
करम गठरिया सिर पर राखे पग भी चल नहीं पाऊं
मैली चादर ओढ़ के कैसे


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